

हापुड़ के जसरूप नगर बिजली घर से जुड़े गांव पांची में हुई इस घटना ने किसानों में ऊर्जा निगम के खिलाफ गुस्से की लहर पैदा कर दी है। जर्जर तारों की समस्या लंबे समय से किसानों के लिए चिंता का विषय रही है, और इस घटना ने इसके गंभीर परिणामों को उजागर किया है।
पंकज त्यागी जैसे किसान, जिनकी 20 बीघा गन्ने की फसल जलकर राख हो गई, को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। यह घटना न केवल उनकी मेहनत पर पानी फेरती है, बल्कि उनके परिवार के लिए जीविका के संकट का कारण भी बनती है।
क्या इस घटना पर ऊर्जा निगम द्वारा कोई कार्रवाई की गई है?
यह स्पष्ट है कि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। सरकार और ऊर्जा निगम को मिलकर जर्जर तारों की मरम्मत और उन्हें बदलने के लिए शीघ्र योजना बनानी चाहिए।