महाकुंभ 2025-महाकुंभ में हुआ ज्ञानवापी की मुक्ति का शंखनाद, स्वामी नरेंद्रानंद ने किया प्रदर्शनी का शुभारंभ
Maha Kumbh 2025- The clarion call for the liberation of Gyanvapi was given in Maha Kumbh, Swami Narendranand inaugurated the exhibition
महाकुंभ 2025 के दौरान, सुमेरू पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने ज्ञानवापी मॉडल सहित 120 छायाचित्रों की एक विशेष प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस प्रदर्शनी में ज्ञानवापी से जुड़े 120 महत्वपूर्ण छायाचित्र लगाए गए हैं, जो दर्शाते हैं इस स्थान का धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व।
ज्ञानवापी की मुक्ति का शंखनाद:
शुक्रवार को महाकुंभ में ज्ञानवापी की मुक्ति का शंखनाद किया गया। इस दौरान सुमेरू पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने ज्ञानवापी से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी की मुक्ति के लिए सांविधानिक तरीके से कदम उठाना जरूरी है, और इसके लिए सनातनियों को एकजुट होकर प्रयास करना होगा।
प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य ज्ञानवापी की संस्कृति और इतिहास को लोगों तक पहुंचाना है। उन्होंने न्यास के प्रयासों की सराहना की और कहा कि यह जागरूकता अभियान सभी के सहयोग से सफल होगा।
प्रदर्शनी का प्रचार प्रसार:
इस प्रदर्शनी को श्री आदिमहादेव काशी धर्मालय मुक्ति न्यास द्वारा आयोजित किया गया है, जिसमें ज्ञानवापी से जुड़े 120 छायाचित्र लगाए गए हैं।
प्रदर्शनी के प्रचार-प्रसार के लिए महाकुंभ क्षेत्र के अलावा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर भी बैनर-पोस्टर लगाए गए हैं, जिससे अधिक से अधिक लोग इस महत्वपूर्ण पहल का हिस्सा बन सकें।
ज्ञानवापी मुक्ति महायज्ञ:
इस प्रदर्शनी के शुभारंभ के साथ ही ज्ञानवापी मुक्ति महायज्ञ की भी शुरुआत की गई है, जो कि शनिवार से शुरू हो रहा है। इसके तहत धार्मिक अनुष्ठान और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इस महायज्ञ का मुख्य उद्देश्य ज्ञानवापी को धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के रूप में वापस पाने की दिशा में कदम उठाना है।
इस प्रदर्शनी और यज्ञ के माध्यम से ज्ञानवापी की मुक्ति के लिए व्यापक जन-जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिससे इस ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल को उसकी सही पहचान मिल सके।