

प्रयागराज में महाकुंभ का शुभारंभ पौष पूर्णिमा पर पहले स्नान के साथ हुआ। सुबह 9:30 बजे तक 60 लाख श्रद्धालु पवित्र संगम में डुबकी लगा चुके थे, और दिन भर में 1 करोड़ भक्तों के पहुंचने का अनुमान है। यह महाकुंभ दुर्लभ खगोलीय संयोग में हो रहा है, जो 144 सालों में पहली बार देखा जा रहा है।
महाकुंभ 2025 न केवल भारत के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, बल्कि वैश्विक स्तर पर श्रद्धा और आस्था का संगम बन गया है।