

संभल अपडेट: चंदौसी के लक्ष्मणगंज इलाके में मिली ऐतिहासिक बावड़ी की खोदाई का काम फिलहाल रोक दिया गया है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम ने यह निर्देश दिया है। बावड़ी की सुरक्षा के लिए पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है।
चार दिन पहले बावड़ी के कुएं का गेट टूटने की जानकारी मिलने के बाद एएसआई की टीम ने मौके का निरीक्षण किया और खोदाई रोकने का आदेश दिया। इसके बाद से रविवार और सोमवार को न तो खोदाई हुई और न ही मलबा उठाया गया।
जयपुर से आए सेवानिवृत्त अधिकारी विष्णु दत्त शर्मा ने डीएम कार्यालय के एक कर्मचारी के साथ बावड़ी का निरीक्षण किया। उन्होंने अपनी मंशा व्यक्त की कि इस क्षेत्र में गाय के गोबर से मूर्तियां बनाने का प्लांट लगाया जाए, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिल सकें।
इस बावड़ी की खोदाई को लेकर सनातन सेवक संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख कौशल किशोर वंदेमातरम् ने 21 दिसंबर को तहसील सभागार में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस पर डीएम राजेंद्र पैंसिया को प्रार्थनापत्र दिया था।
इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल और पीएसी की तैनाती की गई है। यह कदम स्थानीय लोगों की भीड़ और किसी भी संभावित विवाद को रोकने के लिए उठाया गया है।
सेवानिवृत्त अधिकारी द्वारा सुझाए गए प्लांट के प्रस्ताव को लेकर चर्चा शुरू हो सकती है। अगर इस विचार को अमल में लाया गया, तो यह क्षेत्रीय विकास और रोजगार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।
यह घटना न केवल एक ऐतिहासिक धरोहर की ओर ध्यान आकर्षित करती है, बल्कि इसके संरक्षण और इसके जरिए रोजगार सृजन की संभावनाओं को भी सामने लाती है।