मेरठ के भावनपुर थाना क्षेत्र में स्थित एक ओयो होटल में सोमवार सुबह उस समय हंगामा हो गया जब एक किशोरी के स्वजन ने उसे स्कूल ड्रेस में एक युवक के साथ होटल के कमरे में पाया। सूचना मिलते ही स्वजन होटल पहुंचे और वहां जमकर हंगामा किया। स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा।

घटना का विवरण:
- घटनाक्रम:
- किला रोड पर स्थित ओयो होटल में पास के गांव का युवक 14 वर्षीय किशोरी को लेकर पहुंचा।
- किशोरी स्कूल ड्रेस में थी, और होटल मालिक ने बिना उचित जांच-पड़ताल के उन्हें कमरा दे दिया।
- स्वजन का हंगामा:
- छात्रा के होटल में होने की सूचना मिलते ही स्वजन होटल पहुंचे।
- उन्होंने होटल में हंगामा किया और कंट्रोल रूम को मामले की सूचना दी।
- पुलिस कार्रवाई:
- पुलिस मौके पर पहुंची और किशोरी, युवक, और होटल मालिक को हिरासत में लेकर थाने ले गई।
- थाने में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए, जिससे काफी देर तक विवाद चलता रहा।
- समाप्ति:
- बाद में स्वजन ने किसी कानूनी कार्रवाई से इनकार कर दिया और किशोरी को लेकर घर चले गए।
- पुलिस ने होटल मालिक और युवक को भी बाद में छोड़ दिया।
मुख्य चिंताएं:
- होटल प्रबंधन की लापरवाही: होटल मालिक ने बिना पहचान या जांच के किशोरी और युवक को कमरा दे दिया, जो नियमों का उल्लंघन है।
- नाबालिग की सुरक्षा: यह घटना समाज में नाबालिगों की सुरक्षा और निगरानी को लेकर गंभीर सवाल उठाती है।
- कानूनी प्रावधानों की अनदेखी: होटल मालिक और युवक पर कोई कार्रवाई न होना पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े करता है।
सुझाव और समाधान:
- होटल नियमों का पालन:
- होटल मालिकों को कमरा देने से पहले पहचान पत्र और अन्य दस्तावेजों की जांच अनिवार्य रूप से करनी चाहिए।
- परिजनों की जिम्मेदारी:
- किशोर-किशोरियों पर उचित निगरानी और संवाद बनाए रखना आवश्यक है।
- सख्त कानूनी कार्रवाई:
- इस तरह के मामलों में होटल प्रबंधन और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
यह घटना समाज और प्रशासन दोनों के लिए एक चेतावनी है कि किशोरों की सुरक्षा और होटल उद्योग में नियमों के पालन को प्राथमिकता दी जाए।