माफिया अतीक अहमद की काली कमाई के लेनदेन में उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन के साथ चौथे नंबर का नाबालिग बेटा भी शामिल रहा है। अतीक के करीबी और अशरफ के मुकदमों की अदालत में पैरोकारी करने वाले खान सौलत हनीफ से बुधवार को चार घंटे तक कस्टडी रिमांड के दौरान हुई पूछताछ के हवाले से पुलिस सूत्रों ने ऐसा दावा किया है।
बयान के सहारे पुलिस अतीक के नाबालिग बेटे पर भी कानूनी शिकंजा कस सकती है। धूमनगंज पुलिस ने खान सौलत हनीफ को दोबारा कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए अर्जी दी थी। इसके लिए बुधवार को उसकी कोर्ट में पेशी हुई, जहां पुलिस ने तीन दिन की कस्टडी रिमांड मांगी, लेकिन कोर्ट ने बुधवार दोपहर तीन से शाम सात बजे तक चार घंटे की रिमांड मंजूर की।
रिमांड मिलते ही पुलिस उसे धूमनगंज थाने लाई और पूछताछ की। सूत्रों का कहना है कि सौलत ने बताया है कि अतीक के काले कारोबार में उसके पांच बेटों में से सबसे छोटे को छोड़कर बाकी सभी शामिल थे। बड़ा बेटा उमर और दूसरे नंबर का अली जेल में हैं। तीसरे नंबर का बेटा असद एनकाउंटर में ढेर हो चुका है। बाकी दोनों छोटे बेटे राजरूपपुर के बाल संरक्षण गृह में हैं।
दावा है कि उमर व अली के जेल जाने के बाद असद ने बागडोर अपने हाथ में ले ली थी और अवैध वसूली आदि का धंधा खुद देखने लगा था। रुपयों के लेनदेन में नाबालिग बेटा भी पूरी दिलचस्पी लेता था। सौलत ने कुछ स्क्रीनशॉट भी उपलब्ध कराए, जो शाइस्ता और अहजम से रुपयों के लेनदेन के संबंध में की गई चैट से संबंधित हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सौलत ने यह भी बताया कि वह अतीक के बताए गए स्थानों पर जाकर अलग-अलग लोगों से रुपये लाकर शाइस्ता तक पहुंचाता था। लेेनदेन का यह काम अतीक का सबसे वफादार नौकर राकेश उर्फ नाकेश भी करता था, लेकिन उसे छोटी रकम के मामलों में ही भेजा जाता था।
10 लाख से ज्यादा की रकम होने पर शाइस्ता सौलत को ही भेजती थी। अतीक साबरमती जेल से ही वसूली का धंधा चला रहा था। अतीक ने फोन करके यूपी ही नहीं, दिल्ली, मुंबई व गुजरात के व्यापारियों और प्रॉपर्टी डीलरों से भी बड़ी रकम उठाई थी।
सौलत ने कुबूला कि 19 फरवरी को उसने अपने आईफोन से असद को उमेश पाल की 10 तस्वीरें भेजी थीं। शाइस्ता को भी कई तस्वीरें और मैसेज भेजे थे। कुछ देर बाद इस चैट को अपने फोन से डिलीट भी कर दिया था। चौंकाने वाली बात यह भी है कि कई दस्तावेजों की तस्वीरें शाइस्ता और असद के साथ-साथ चौथे नंबर के नाबालिग बेटे को भी भेजी गई थीं।
शाम को 6:30 बजे के करीब पुलिस की टीम खान सौलत हनीफ को मेडिकल परीक्षण के लिए लेकर कॉल्विन अस्पताल पहुंची। फिर, कस्टडी रिमांड पूरी होने से पहले ही उसे नैनी जेल में दाखिल करा दिया।
उमेश पाल अपहरणकांड में दोषी करार दिए जाने के बाद से केंद्रीय कारागार नैनी में उम्रकैद की सजा काट रहे सौलत से हफ्ते भर में दूसरी बार पूछताछ की गई है। इससे पहले तीन अप्रैल को सुबह छह से शाम छह बजे तक कस्टडी रिमांड लेकर पूछताछ की गई थी। उसकी निशानदेही पर प्रीतमनगर स्थित उसके घर से तीन मोबाइल फोन व नाइन एमएम की एक पिस्टल बरामद की गई थी।