पांच निकायों में भाजपा-बसपा और सपा-कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला
बुलंदशहर। नगर पालिका खुर्जा, सिकंदराबाद, गुलावठी एवं नगर पंचायत छतारी और ककोड़ में रोचक मुकाबला दिखाई दे रहा है। यहां कई पुराने दिग्गज मैदान में हैं, जिनकी साख दाव पर लगी हुई है। इन निकाय क्षेत्रों में मंगलवार को भ्रमण करके स्थिति जानी तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। नगर पालिका और पंचायतों में प्रस्तुत है चुनावी समीकरण पर विश्लेषण करती रिपोर्ट।
खुर्जा में शिकारपुर रोड पर पूजन सामग्री की दुकान पर चुनाव को लेकर चर्चा चल रही थी। यहां पर खड़े करीब 20 से अधिक लोग अपने-अपने प्रत्याशी की जीत के दावे कर रहे थे। इसी दौरान राजबहादुर लोगों की बातों में हस्तक्षेप करते हैं और कहते हैं कि बसपा से दो बार के चेयरमैन को अपना किला बचाना मुश्किल लग रहा है। राजबहादुर की बात को काटते हुए फरमान कहता है कि भाजपा इस बार लड़ाई में जरूर है, लेकिन जीत आसान नहीं है। तभी रघुनाथ शर्मा कहते हैं कि पहले और अबके समीकरण में काफी अंतर है। भाजपा की तरफ चुनाव बन रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव समीकरण से जीता जाता है, चौक चौराहों पर खड़े होकर बात बनाने से नहीं।
तभी अली मोहम्मद कहते हैं कि फड्डा ने दो बार में विकास कार्य कराए हैं, वह उनकी ताकत है। पीछे से मेघराज बोलते हैं कि भाजपा की अंजना सिंघल की छवि काफी अच्छी है और उनके पति लोगों के बीच रहते हैं। तभी देवेंद्र कहते हैं कि मुस्लिम वोटों का बंटवारा हो रहा है। सपा की रजिया चौधरी बसपा के ठीक वोट काट रही हैं। तभी मोहित कहता है कि कांग्रेस की सुनीता भाजपा की वोट में सेंधमारी कर रही हैं। ऐसे में किसी की जीत पक्की नहीं है। यह बात सही है मुकाबला भाजपा और बसपा के बीच ही है। देखना यह है कि जनता किस पर अपना भरोसा जताती है।
कोतवाली के पास चाय की दुकान पर चचा प्रेमचंद लोगों को चुनावी समीकरण समझा रहे थे। इसी दौरान यहां पर जहीर आलम पहुंच जाते हैं। वह चचा प्रेम को चाय पकड़ाते हैं और पूछते हैं, चचा चुनाव किधर जा रहा है। चचा भी मुसकुराते हुए कहते हैं…बेटा मस्ती मत कर, तुझे सारे समीकरण पता है। इसी बीच वहां खड़ा साबिर चचा से चुनाव को लेहर बहस शुरू कर देता है। चचा प्रेम गुस्से में आ गए और बोले सुन समीकरण… तेरा प्रत्याशी तो हार रहा है। बोले भाजपा प्रत्याशी डॉ. प्रदीप दीक्षित मजबूती से चुनाव लड़ जरूर रहे हैं,
लेकिन उनकी जीत पक्की नहीं है। यही स्थिति बसपा प्रत्याशी बब्बो परवीन की है। क्योंकि बसपा प्रत्याशी को सपा प्रत्याशी मोहम्मद इदरीश भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। वहीं भाजपा को रालोद प्रत्याशी पूर्व चेयरमैन इंद्रा सैनी और निर्दलीय प्रत्याशी वीरेंद्र साहनी वोटों में सेंध लगा रहे हैं। तभी वहां मौजूद सुनील कहते हैं कि भाजपा प्रत्याशी के लिए विधायक लक्ष्मीराज घर-घर वोट मांग रहे हैं। वह कितना सेंधमारी रोक पाते हैं। उसी पर भाजपा प्रत्याशी का भविष्य तय होगा। सपा प्रत्याशी भी अच्छा चुनाव लड़ रहे हैं। अभी किसी भी प्रत्याशी की जीत कहना जल्दबाजी है।
सैदपुर रोड पर बुग्गी ठीक करा रहे कुछ लोग भाजपा और सपा समर्थित प्रत्याशी को लेकर चर्चा कर रहे थे। आरिफ कहता है दो बार से काले खां और उनकी पत्नी चुनाव जीती हैं। इस बार भी भाजपा का मुख्य मुकाबला काले खां से ही है। भाजपा प्रत्याशी शैलेष तेवतिया पहले चुनाव हार चुके हैं। लोगों की उनकी प्रति साहनभूति है। तभी अनिल कंसल कहते हैं कि काले खां का चुनाव इस बार आसान नहीं है। क्योंकि निर्दली प्रत्याशी शोएब मेवाती अच्छा चुनाव लड़ रहे हैं। जितना अच्छा चुनाव शोएब लड़ेंगे,
उतना ही नुकसान काले खां को होगा और भाजपा प्रत्याशी मजबूत होगा। मोहम्मद सलमान कहते हैं कि बसपा के सतीश सिरोही भाजपा के वोट में सेंध लगा रहे हैं। अब देखना यह है कि काले खां का 10 वर्ष के विकास कार्य, शैलेष के प्रति साहनभूति और शोएब मेवाती द्वारा जलाई जा रही शिक्षा की अलग कितनी कारगर होती है। यह 13 मई को ही पता चलेगा।
इस बार ककोड़ का चुनाव काफी रौचक दिखाई दे रहा है। ककोड़ में कुंवर रिजवान पिछले तीन बार से चेयरमैन हैं। दो बार वह खुद और एक बार उनकी पत्नी रही हैं। बसपा से बागी रिजवान इस बार कांग्रेस का दामन थामकर चुनावी मैदान में हैं। चचूरा ही नहर पर चुनावी चर्चा कर रहे शारिक और देवेंद्र ने कहा कि रिजवान ही सबसे मजबूत प्रत्याशी हैं।
उन्होंने कस्बे में विकास कराया है। तभी वहां मौजूद मोनेंद्र कहता है कि इस बार ककोड़ की जनता बदलाव चाहती है। रिजवान का व्यवहार भी काफी अच्छा है। अब भाजपा और बसपा प्रत्याशी के लिए उन्हें हराना चुनौती है। तभी आलम कहता है कि यहां त्रिकोणीय मुकाबला है। कांग्रेस, भाजपा और बसपा में कोई भी जीत सकता है।
छतारी में मुख्य मुकाबला भाजपा और बसपा के बीच है। यहां भाजपा से मंगलसैन गुप्ता और बसपा से सलीम प्रत्याशी हैं। इस छोटी पंचायत में तीन हिंदू और तीन मुस्लिम प्रत्याशी हैं। छतारी चौराहे पर चुनावी चर्चा कर रहे अशोक कुमार ने कहा कि भाजपा के सामने बागियों से निपटना ही कड़ी चुनौती है। भाजपा से गीता भारद्वाज और आकाश गर्ग टिकट मांग रहे थे।
भाजपा से टिकट कटने के बाद दोनों निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में हैं। भाजपा को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आकाश शिकारपुर विधायक के करीबी हैं। तभी इस्लाम और नदीम ने कहा कि बसपा की राह भी आसान नहीं हैं। दो अन्य मुस्लिम प्रत्याशी उनकी वोट काट रहे हैं। राजीव ने कहा कि निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी चुनाव में पूरी ताकत झोंक रखी है। यहां सभी प्रत्याशियों के बीच मुकाबला काफी रौचक दिख रहा है।