
उत्तर प्रदेश में चिकित्सा संस्थानों और मेडिकल कॉलेजों में अब नए सिरे से ऑडिट शुरू किया गया है। इस ऑडिट का मुख्य फोकस अग्नि सुरक्षा पर है। यदि इस दौरान अग्नि सुरक्षा से संबंधित कोई खामियां पाई जाती हैं, तो संबंधित चिकित्सा संस्थान के प्रधानाचार्य को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
ऑडिट में पहले की खामियों को चिन्हित किया गया है और अब नए बिंदुओं को भी इसमें शामिल किया गया है। चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय से एक चेक लिस्ट भेजी गई है, जिसके आधार पर ये निरीक्षण किए जाएंगे। अगर भविष्य में कोई खामी पाई जाती है, तो संस्थान के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।