बृजवासी की राधे-राधे धुन पर झूमी काशी काशी गंगा महोत्सव की तीसरी शाम गूंजा हर-हर महादेव
वाराणसी में गंगा महोत्सव की तीसरी शाम कलाकारों की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मथुरा के हेमंत बृजवासी ने अपनी गायन प्रस्तुति के जरिए वृंदावन की महक को शिव की नगरी काशी में बिखेर दिया। उन्होंने ‘राधे-राधे’ और ‘जय राधे-राधे’ की धुनें छेड़ींजिस पर दर्शक खुद को झूमने से रोक नहीं पाए। इसके बाद उन्होंने ‘हैं तेरे भगत निराले शिव शंकर डमरू वाले और ‘रघुकुल रीत सदा चली आई जैसे भजनों की प्रस्तुतियां दीं।
कार्यक्रम में बनारस घराने के पं. शिवनाथ मिश्र, उनके पुत्र पं. देवब्रत मिश्र और पौत्र कृष्णा मिश्र ने सितार वादन से दर्शकों को प्रभावित किया। तीन पीढ़ियों ने मिलकर बनारस घराने की 12 पीढ़ियों की संगीत परंपरा को प्रस्तुत किया, जिसमें राग किरवानी की अवतारणा की गई और विभिन्न तालों में प्रस्तुतियां दी गईं।
इस महोत्सव में धारवाड़ की सुजाता गुरव न…