कभी झगड़ा किया न थाने गए, पुलिस ने फिर भी कर दिया पाबंद
गाजियाबाद। कभी झगड़ा किया न कभी थाने-चौकी गए, आस-पड़ोस वालों से भी कुशल व्यवहार है। किसी ने उनकी कभी कोई शिकायत नहीं की फिर भी पुलिस ने उन्हें मुचलका पाबंद कर दिया। अब उन्हें कचहरी, थाने-चौकी के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। ऐसे कई लोग पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस ने उनके बेवजह मुचलके भर दिए हैं।
पुलिस ने नगर निकाय चुनाव शांतिपूर्ण तरीके संपन्न कराने व चुनाव में मतदान के दौरान मतदाता को प्रभावित करने, चुनावी माहौल बिगाड़ने, बूथ कैप्चरिंग समेत अन्य किसी भी तरीके से चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं, उन्हें चिह्नित किया है। चिह्नित लोगों का पुलिस ने मुचलका भर उन्हें नोटिस जारी किया है। अंदेशा जताते हुए पुलिस करीब 11 हजार लोगों के मुचलके भर चुकी है। इनमें से अभी तक 5278 लोगों को पुलिस नोटिस जारी कर चुकी है।
क्रासिंग रिपब्लिक थाना क्षेत्र के इंद्र कॉलोनी निवासी 54 वर्षीय खेमचंद का कहना है कि वह नौकरी करते हैं। कभी उनका किसी से मामूली झगड़ा भी नहीं हुआ और न कोई मुकदमा है। इसके बावजूद पुलिस ने उनका मुचलका भर दिया। नोटिस मिलने पर उन्हें इसकी जानकारी हुई है। पता नहीं किसने उनका नाम लिखवाया है।
लोनी निवासी 45 वर्षीय नरेश त्यागी का कहना है कि वह माता रानी के जागरण करते हैं। कभी उनका किसी से झगड़ा नहीं हुआ न किसी से मतभेद है। इसके बावजूद पुलिस ने उन्हें मुचलका पाबंद कर दिया। अब उन्हें थाने-चौकी के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
शांतिपूर्ण चुनाव के लिए आपराधिक किस्म के लोगों का तो मुचलका पाबंद किया जाता है, इसके अलावा जिन लोगों से चुनावी माहौल बिगाड़ने का अंदेशा रहता हैै उन्हें भी पाबंद किया जाता है। इससे किसी व्यक्ति का चरित्र प्रभावित नहीं होता है।
[banner id="981"]