(www.hapurhulchul.com) हापुड़ | जनपद हापुड़ में तिराहे-चौराहे पर चिलचिलाती धूप से बचाव के साधन नहीं होने से ट्रैफिक पुलिसकर्मी हलाकान हैं | प्रचंड गर्मी से बचने के लिए दोपहर डेढ़ बजे के बाद अधिकतर चेक प्वाइंट से पुलिसकर्मी हट जाते हैं | इसका बड़ा असर जनपद की ट्रैफिक व्यवस्था पर पड़ रहा है |
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पुलिसकर्मियों का कहना है कि (Policemen say that)
पुलिसकर्मियों का कहना है कि 39 डिग्री सेल्सियस तापमान में ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों का दर्द एसी ऑफिस-कार में रहने-घूमने वाले अधिकारियों को नहीं दिखता | यही वजह है कि ड्यूटी का हुक्म तो दे दिया जाता है,लेकिन गर्मी से बचाने के लिए कोई व्यवस्था विभाग अधिकारियों की तरफ से नहीं की जाती | जनपद के प्रमुख तिराहे-चौराहों पर यही हालात हैं | जहां ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की हर रोज ट्रैफिक अधिकारियो के द्वारा अलग-अलग तिराहे-चौराहे पर ड्यूटी लगाई जाती है |
तिराहे-चौराहे पर पुलिस के लिए (For police at intersections)
तिराहे-चौराहे पर पुलिस के लिए निर्धारित प्वाइंट पर पानी की व्यवस्था अब तक पर्याप्त रूप से नहीं की गई | पुलिसकर्मी बिना मास्क-इयर प्लग के प्वाइंट पर तैनात होने को मजबूर हैं | पानी तक उन्हें खरीदकर पीना पड़ता है | मैदानी अमले का कहना है कि विभाग को अलग से बजट आता है, जिसे अधिकारी अपने हित से जुड़े काम में खर्च कर देते हैं |
वहीं कुछ नई छत्रियां समाजिक संस्थाओं की मदद से (Whereas some new girls with the help of social organizations)
हालांकि एक महीने पहले यातायात के जवानों को पुरानी छत्रियां रिपेयर कराकर दी गई थीं | वहीं कुछ नई छत्रियां समाजिक संस्थाओं की मदद से खरीदकर कर्मचारियों में बांटी गई हैं | मैदानी पुलिसकर्मियों का कहना है कि उक्त छत्रियां किसी काम की नहीं, छत्रियां पुरानी होने के कारण सिर पर पहनने और उतारने के दौरान ही छत्रियां टूट जाती हैं |
सीओ ट्रेफिक आशुतोष शिवम् ने बताया कि (CO Traffic Ashutosh Shivam told that)
सीओ ट्रेफिक आशुतोष शिवम् ने बताया कि भीषण गर्मी को देखते हुए जहां जहां ट्रेफिक पुलिस कर्मी तैनात हैं | वहां पर छाते लगाए गए हैं जिससे तपती धुप में पुलिस गर्मी अपना धुप से बचाव कर सकें | वहीं चौराहों-तिराहों पर तैनात पुलिस कर्मी के लिए समय-समय पर पानी की व्यवस्था की जाती है |
सवाददाता हिमांशु वर्मा की खास रिपोर्ट
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