अतीक की हत्या के बाद अचानक स्विच ऑफ हो गए 3 हजार फोन,
बंद हुए कई नंबर अतीक के करीबियों और रिश्तेदारों के हो सकते हैं. अतीक के दूर दराज के रिश्तेदार इसे लेकर डरे हुए हैं और चाहते हैं कि जांच की आंच उन तक न आने पाए.
यूपी के प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. यूपी एसटीएफ कई लोगों पर नजर रख रही है और लगातार तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों की तलाश में जगह जगह दबिश दी जा रही है.
यूपी पुलिस और एसटीएफ ने इसके लिए पूरी ताकत झोंक दी है. उमेश के हत्यारों की तलाश में एसटीएफ ने 5 हजार से ज्यादा मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर लिया था. इसके अलावा कई दूसरे तरीकों से भी जानकारी जुटाई जा रही थी. इस दौरान एसटीएफ को कई महत्वपूर्ण सबूत भी हाथ लगे थे.
वहीं खबर है कि अतीक और अशरफ की हत्या के बाद सर्विलांस पर लिए गए नंबरों में से 3 हजार मोबाइल फोन अचानक बंद हो गए. इसकी ठीक ठीक वजह का तो पता अभी नहीं चला है, लेकिन इससे जांच करने में बाधा आ रही है. बताया जा रहा है
कि बंद हुए कई नंबर अतीक के करीबियों और रिश्तेदारों के भी हो सकते हैं. अतीक के दूर दराज के रिश्तेदार तक इसे लेकर डरे हुए हैं और चाहते हैं कि जांच की आंच उन तक न आने पाए. सवाल यह भी है कि इतने ज्यादा मोबाइल नंबर एकसाथ बंद कैसे और क्यों हो गए.
अतीक और उसके परिवार की मदद करने वाले कई लोग फरार चल रहे हैं. साथ ही उमेश पाल के हत्यारों के मददगार भी या तो किसी दूसरे रिश्तेदार के घर चले गए हैं या घूमने का बहाना बनाकर प्रदेश छोड़ चुके हैं. एसटीएफ के मुताबिक जो नंबर बंद हुए हैं उनमें से ज्यादातर लोग रडार पर थे,
लेकिन इस वजह से उनपर हाथ नहीं डाला जा रहा था कि शायद उनकी वजह से किसी आरोपी का पता चल जाए और उसे पकड़ा जा सके. बता दें कि ये सभी नंबर प्रदेश के 22 जिलों में स्विच ऑफ हुए हैं. हालांकि इसमें सभी नंबर अतीक के गिरोह से जुड़े नहीं हैं. इसमें कई अन्य गिरोह के बदमाशों के भी नंबर हैं.