गढ़मुक्तेश्वर। मेला मार्ग पर स्थित प्राचीन नक्का कुआं मंदिर के मुख्य महंत बाबा महेश गिरि के ब्रह्मलीन होने के बाद से गद्दी को लेकर साधु समाज के दो पक्षों के बीच विवाद चला आ रहा है।
रविवार की देर शाम विधायक हरेंद्र सिंह तेवतिया, एसडीएम अंकित कुमार वर्मा और सीओ आशुतोष शिवम की मौजूदगी में दोनों पक्षों को वार्ता के लिए बुलाया गया।
जिसकी सूचना मिलते ही नगर समेत आसपास के क्षेत्र के सैकड़ों श्रद्धालु मंदिर परिसर में पहुंच गए। शाम करीब साढ़े पांच बजे विधायक और अधिकारी पीएसी और पुलिस बल को साथ लेकर मंदिर पहुंचे।
जहां बाबा महेश गिरि के उपरांत मुख्य महंत बनाए गए बारह गिरि महाराज,उनके शिष्य समेत श्रद्धालु मौजूद रहे। लेकिन काफी इंतजार के बाद भी दूसरे पक्ष के मुख्य लोग मंदिर नहीं पहुंचे।
जिसके बाद विधायक, पुलिस-प्रशासन ने स्थानीय श्रद्धालुओं से मंदिर विवाद के बारे में जानकारी, जिनमें से लगभग सभी श्रद्धालुओं ने महंत बारह गिरि महाराज का पक्ष लिया।
विधायक ने पैर छूकर विदा किए चार साधू
मंदिर परिसर में कुछ दिनों से रह रहे बाहरी क्षेत्र के चार साधुओं को श्रद्धालुओं ने दूसरे पक्ष का सहयोगी बताते हुए किसी अन्य स्थान पर उनके ठहराने की मांग की।
एसडीएम अंकित कुमार वर्मा ने बताया कि स्थानीय लोगों व श्रद्धालुओं से वार्ता करने और दूसरे पक्ष के प्रमुख लोगों के न पहुंचने पर महंत बारह गिरि को ही फिलहाल मंदिर प्रंबंधन की जिम्मेदारी दी गई है